एनएफएल, किसानों को खेती के बेहतर और वैज्ञानिक तरीकों पर तकनीकी ज्ञान उपलब्ध कराने, उर्वरकों के समुचित उपयोग करने के प्रति शिक्षित करने और कृषि के क्षेत्र में नवीनतम विकास के बारे में उनके ज्ञान में वृद्धि करने के उद्देश्य से कृषि विस्तार सेवाओं का आयोजन करता रहता है | |
डीलर्स/रिटेलर्स (खुदरा विक्रेताओं) के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम
डीलर/रिटेलर, कंपनी और किसानों के बीच एक महत्वपूर्ण कडी है और संतुलित तरीके से उर्वरकों का इस्तेमाल करने और एकीकृत पोषक प्रबंधन को अपनाने के लिये किसानों को प्रेरित करने के लिये प्रमुख परिवर्तन एजैण्ट हैं | वर्ष 2020-21 के दौरान 38 डीलर्स/रिटेलर्स ओरिएन्टेशन कार्यक्रम आयोजित किये गये जिनमें 2000 से अधिक डीलर्ज/रिटेलर्ज ने भाग लिया जिन्हें उर्वरकों/कृषि उत्पादों तथा खेती के उन्नत तरीकों के बारे जानकारी दी गई ताकि किसानों को बिक्री के प्वाइंट पर नवीनतम जानकारी उपलब्ध कराई जा सके |
एक-दिवसीय किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम
किसानों की फसल उपज तथा कृषि आय को अनुकूलित करने के लिये उन्हें मिट्टी की जांच, मिट्टी के स्वास्थ्य, संतुलित उर्वरीकरण इत्यादि के बारे शिक्षित करना अनिवार्य है | 2020-21 के दौरान 32 किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये गये और 2100 से अधिक किसानों ने इन कार्यक्रमों का लाभ उठाया | इन शिक्षाप्रद कार्यक्रमों के दौरान किसानों को मिट्टी की उर्वरता, मिट्टी में विभिन्न पोषक तत्वों की कमी, उर्वरकों के गुणकारी उपयोग तथा अधिक से अधिक उपज प्राप्त करने जैसे मुद्दों से अवगत करवाया गया | इन कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को जैव-उर्वरकों तथा सिटी कम्पोस्ट के दीर्घकालिक उपयोग तथा इनसे होने वाले लाभ के प्रति भी शिक्षित किया गया |
कृषि संस्थानों में दो दिवसीय आवासीय कार्यक्रम/किसानों का दौरा
कृषि विश्वविद्यालय, अनुसंधान केन्द्र व कृषि विज्ञान केन्द्र, नवीनतम कृषि तकनीकों, फसलों की नई तथा उच्च पैदावार वाली किस्मों, कृषि तथा संबद्ध कृषि क्षेत्र में उन्नत प्रोद्योगिकी इत्यादि के लिये ज्ञान के केन्द्र हैं | वर्ष 2020-21 के दौरान किसानों के लिये आसपास के कृषि विश्वविद्यालय/अनुसंधान केन्द्र/किसान विकास केन्द्र के दौरों का आयोजन किया गया जिससे किसानों को व्यावहारिक रूप से उपरोक्त स्थानों पर जाने का अवसर प्राप्त हुआ | 2020-21 के दौरान 04 कार्यक्रमों के माध्यम से 156 किसान लाभान्वित हुये |
खेत प्रदर्शन
फसल वृद्धि तथा उपज पर किसानों के अपने तरीकों की तुलना में जैव-उर्वरकों तथा सिटी कम्पोस्ट के दीर्घकालिक प्रभाव को दर्शाने के लिये वर्ष 2020-21 के दौरान किसानों के खेतों में जैव-उर्वरकों तथा सिटी कम्पोस्ट के क्रमश: 83 तथा 76 प्रदर्शन आयोजित किये गये | वर्ष 2020-21 के दौरान बेंटोनाइट सल्फर/जल घुलनशील उर्वरक के उपयोग तथा प्रभावों को दर्शाने के लिए 74 खेत प्रदर्शन लगाए गए | वर्ष 2019-20 के दौरान , बेंटोनाइट सल्फर के उपयोग तथा प्रभावों को दर्शाने के लिए 82 खेत प्रदर्शन लगाए गए |
मिट्टी की जांच
एनएफएल विभिन्न राज्यों में अपनी 06 स्थैतिक और 04 चल मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं के माध्यम से मुख्य और सूक्ष्म पोषक तत्वों के लिए मृदा विश्लेषण करके किसानों की सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। विश्लेषण के आधार पर, किसानों को खाद, उर्वरक और अन्य के तर्कसंगत उपयोग के माध्यम से मिट्टी की उर्वरता प्रबंधन पर सलाह दी जाती है। वर्ष के दौरान, मुख्य और सूक्ष्म पोषक तत्वों के लिए 23,000 से अधिक मिट्टी के नमूनों का विश्लेषण किया गया और किसानों को सिफारिशें दी गई । अपनी मृदा परीक्षण सेवाओं को मजबूत करने के लिए, एनएफएल द्वारा यूपी (1), एमपी (भोपाल 1 और विजयपुर 1, ए.ए.एस के साथ), हरियाणा (1) और तेलंगाना (1) राज्यों के लिए 05 नई मोबाइल मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं शुरू की गई हैं।
प्रचार अभियान
एनएफएल ने मिट्टी परीक्षण अभियानों के आयोजन के माध्यम से किसानों के दरवाजे तक मिट्टी जांच की सेवाएं प्रदान करने की ओर कदम बढ़ाया है । इन अभियानों के अन्तर्गत, मिट्टी के नमूने इकट्ठे करने के लिये किसानों को नमूना लेने के सही तरीके का प्रदर्शन करके तथा उसी जगह पर मिट्टी की जांच करके और जांच के परिणामों के आधार पर सलाह देने के लिये हमारी चल मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाओं तथा प्रयोगशाला स्टाफ का उपयुक्त उपयोग किया गया | वर्ष 2020-21 के दौरान पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, उत्तर प्रदेश, बिहार तथा झारखण्ड राज्यों में इस प्रकार के 23 अभियान चलाये गये तथा 4085 किसान लाभान्वित हुये |
कृषि मेला तथा कृषि प्रदर्शनियों में भागीदारी
कृषि प्रदर्शनियों और विश्वविद्यालय किसान मेलों में भागीदारी किसानों से सीधे संवाद करने और विभिन्न कृषि क्षेत्रों के वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों से बातचीत करने के लिये प्रभावी माध्यम हैं | वर्ष 2020-21 में एनएफएल ने अग्रणी कृषि विश्वविद्यालयों, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और जम्मू व काश्मीर के कृषि विभागों द्वारा आयोजित 15 कृषि मेलों/कृषि प्रदर्शनियों में भागीदारी की |
किसान सुविधा केन्द्र (के.एस.के.)
उर्वरक विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुसार तथा सभी किसानों को उर्वरकों सहित सारे कृषि आदान तथा मिट्टी की जांच तथा परामर्शी सेवाओं सहित सभी सेवाएं एक ही छत के नीचे प्रदान करने के उद्देश्य से, एन एफ एल द्वारा अपने पूरे विपणन क्षेत्र में 100 किसान सुविधा केन्द्र (केएसके) खोले गये हैं | 2020-21 के दौरान इन किसान सेवा केन्द्रों के माध्यम से 55 किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये गये और 3500 से अधिक किसानों ने इन कार्यक्रमों का लाभ उठाया | इन किसान सेवा केन्द्रों में आयोजित किये गये विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को एनएफएल के उत्पादों तथा विभिन्न फसलों पर 64000 सूचना पत्र बांटे गये |